यमकेश्वर

यमकेश्वर सड़क मार्ग नहीं होने से 4 घंटे पैदल चलकर मातृ शक्ति ने कुर्सी में मरीज को कंधे मे उठाकर पहुंचाया मुख्य सड़क मार्ग तक़

यमकेश्वर। एक तरफ भराड़ीसैण में विधानसभा सत्र में माननीयों के द्वारा स्वयं के लिए विदेशो में भी इलाज करने का कैशलेश विधायक पास करवा लिया, वहीँ दूसरी ओर जनता चुनकर भेजती हैँ औऱ ऐसी सुविधाओ के उपभोग के योग्य बनाती है, वहीँ जनता बीमार होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल जाने के लिए दूसरे के कंधो में बैठकर मुख्य सड़क मार्ग तक़ पहुँच पाते हैँ।

यमकेश्वर के तल्ला खेड़ा के राजस्व ग्राम गुजराड़ी निवासी मंगत सिंह असवाल पुत्र कुताल सिंह असवाल शुगर के मरीज हैँ, अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। गाँव सड़क मार्ग से जुड़े नहीं होने के कारण उनको कुर्सी में बिठाकर कंधे में गाँव की मातृ शक्ति औऱ कुछ युवा सुबह 8 बजे घर से निकले औऱ लगभग 4घंटे पैदल चलकर वैकल्पिक सड़क मार्ग ढोसन तक़ पहुँचे तब वंहा से उनको गाड़ी में बिठाकर जॉलीग्रांट अस्पताल पहुंचाया गया।

शुगर के मरीज मंगत सिंह के भाई अमर सिंह ने बताया कि सुबह भाई कि ज्यादा तबियत बिगड गई औऱ उनको अस्पताल ले जाने के लिए व्यवस्था कि गई, गाँव कि मातृ शक्ति औऱ युवाओ के सहयोग से उनको कुर्सी में बिठाकर लगभग 4 घंटे पैदल चलकर सड़क मार्ग ढोसन तक पहुँचाया गया। उन्होंने कहा कि आधे किलोमीटर दूर पऱ नौगांव बुकंडी विंध्यवासिनी सड़क मार्ग हैँ, किन्तु 7 करोड़ कि लागत से बनी रोड़ बरसात के कारण जगह जगह बाधित होने औऱ विंध्यवासिनी से आगे नदी एवं सड़क नहीं होने से उन्हें वैकल्पिक मार्ग ढोसन तक़ 7 किलोमीटर पैदल चलकर भाई को कुर्सी में बिठाकर कंधे में ले जाना पड़ा।

मरीज को कुर्सी में बिठाकर कंधे में में लाने वाली मातृ शक्ति लक्ष्मी. देवी सुनिता देवी, सावित्री देवी रचना देवी औऱ युवाओ में अमर सिंह असवाल, मनोहर सिंह, राजेन्द्र सिंह, महेंद्र सिंह पयाल, विमल पयाल, देवेंद्र पयाल, औऱ प्यारेलाल पेटवाल आदि रहे।
अमर सिँह असवाल ने बताया कि फिलहाल भाई को जोलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कर दिया हैँ, औऱ इलाज शुरु हो गया हैँ।

बता दे कि स्थानीय निवासी बीन नदी पुल औऱ ताल त्याड़ो घाटी विंध्यवासिनी ऑल वेदर सड़क कि माँग सालों से करते आ रहें हैँ किन्तु शासन. प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा हैँ।

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